मेरे ख्वाबों की ताबीर
ज़िन्दगी ख्वाब ही सही ,कोई ताबीर तो बने
चुराए है रंग सतरंगी से कई,
धुंधली ही सही तेरी तस्वीर तो बने
वजह तो कुछ भी नहीं मेरी उदासियो की
फिर क्यों हर दर्द की दवा तू ही बने।
कहां से लाऊं वो धड़कन ,वो सांसे वो आरज़ू
वीरान बज़्म है दिल की, बहार तू ही बने
चुराऊ कैसे ये नज़रे तेरे दीदार से हमदम
तेरी प्यारी सी ये सूरत ही मेरी बीनायी बने।
राहत सी होती है तेरे हर एक एहसास से
तुझे सोचू,तुझे,चाहूं,तुझे मै तुझसे चुरा लूं
छुपा के रख लू तेरे हर लफ्ज़ को बा हर्फ
तेरी मीठी यादें मेरी यादों की शहनाई बने।
ज़िन्दगी ख्वाब ही सही,कोई ताबीर तो बने
कोई तस्वीर तो बने।कोई तस्वीर तो बने।
रौशन💐
Punam verma
13-Jan-2024 09:12 AM
Very nice👍
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Dr. SAGHEER AHMAD SIDDIQUI
28-Nov-2021 08:53 AM
Super ❣️💘
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